स्कंदगुप्त (नाटक)

 

पात्र


पुरुष-पात्र

स्कंदगुप्त-- युवराज (विक्रमादित्य)

कुमारगुप्त-- मगध का सम्राट

गोविन्दगुप्त-- कुमारगुप्त का भाई

पर्णदत्त-- मगध का महानायक

चक्रपालित-- पर्णदत्त का पुत्र

बन्धुवर्मा-- मालव का राजा

भीमवर्मा-- उसका भाई

मातृगुप्त-- काव्यकर्ता (कालिदास)

प्रपंचबुद्धि-- बौद्ध कापालिक

शर्वनाग-- अन्तर्वेद का विषयपति

कुमारदास (धातुसेन)-- सिंहल का राजकुमार

पुरगुप्त-- कुमारगुप्त का छोटा पुत्र

भटार्क-- नवीन महाबलाधिकृत

पृथ्वीसेन-- मंत्री कुमारामात्य

खिगिल-- हूण आक्रमणकारी

मुगल-- विदूषक

प्रख्यातकीर्ति-- लंकाराज-कुल का श्रमण, महा-बोधिबिहार-स्थविर

अन्य-- महाप्रतिहार, महादंडनायक, नन्दी-ग्राम का दंडनायक, प्रहरी, सैनिक इत्यादि


स्त्री-पात्र

देवकी-- कुमारगुप्त की बड़ी रानी, (स्कंद की माता)

अनन्तदेवी-- कुमारगुप्त की छोटी रानी (पुरगुप्त की माता)

जयमाला-- बंधुवर्मा की स्त्री, (मालव की रानी)

देवसेना-- बंधुवर्मा की बहिन

विजया-- मालव के धनकुबेर की कन्या

कमला-- भटार्क की जननी

रामा-- शर्वनाग की स्त्री

मालिनी-- मातृगुप्त की प्रणयिनी

अन्य-- सखी, दासी इत्यादि


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